तुम ही मेरी परम सखा हो तुम ही मेरी जान प्रिये।
मैं हूं तुम्हारा ख्वाब सलोना तुम मेरा अरमान प्रिये।
जीवन के हर सुख दुख में मेरा साथ निभाती हो।
संघर्षों की रणभूमि में सारथी तुम बन जाती हो।
कितना भी हो कष्ट मुझे पर तुम ना रोने देती हो।
जब भी मन विचलित हो मेरा धीर ना खोने देती हो।
मर्यादा की तुम हो देवी क्या रखूं तुम्हारा नाम प्रिये।
तुम हो बिल्कुल सीता जैसी मैं हूं तुम्हारा राम प्रिये।
तुम ही मेरी परम सखा हो तुम ही मेरी जान प्रिये।
– भारत मौर्या