तनहाई में मुस्कुराता रहूंगा
हस हसके तुझको भुलाता रहूंगा
खुद जानकर तुझसे दूर हूं मैं
अपनी वफा पे ही मजबूर हूं मैं
आँखों को आसूं पिलाता रहूंगा
हस हसके तुझको भुलाता रहूंगा
तू जानती थी न सह पाएंगे गम
तेरे बिना अब न रह पाएंगे हम
जलूंगा तुझे भी जलाता रहूंगा
हस हसके तुझको भुलाता रहूंगा
दिन रैन बेचैन तरसे है जैसे
इक दिन तेरे नैन बरसेंगे ऐसे
ज़ख्में ज़िगर बहलाता रहूंगा
हस हसके तुझको भुलाता रहूंगा