किसी तो कड़वी तो किसी तो मीठी लगती है,
बातें ही तो है ज़नाब, कोई शराब
थोड़ी न, जों सबको अच्छी लगती है।
– Abhishek Singh Abhi
किसी तो कड़वी तो किसी तो मीठी लगती है,
बातें ही तो है ज़नाब, कोई शराब
थोड़ी न, जों सबको अच्छी लगती है।
– Abhishek Singh Abhi
जिस दिन तुम खुद को पहचान लोगे, उस दिन तुम्हारी दुनिया बदल जाएगी।
रवींद्रनाथ ठाकुर
यह मंच विशेष रूप से हिंदी कवियों और लेखकों के लिए बनाया गया है, ताकि वे अपनी रचनात्मकता को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकें और अपनी रचनाओं पर अधिकार का दावा कर सकें। हम समझते हैं कि सुंदर कविताएं लिखने में कितनी मेहनत और समर्पण लगता है, और इसी कारण हम आपको एक सुरक्षित जगह प्रदान कर रहे हैं, जहां आपकी रचनाएं चमकेंगी और सही प्रशंसकों तक पहुंचेंगी।
Address
Gurugram, Haryana- 122012
Hours
Monday–Friday: 9:00AM–5:00PM
Saturday & Sunday: 11:00AM–3:00PM