ये खंडहर से दिल को मकां कर रहे हैं 

                 ये खंडहर से दिल को मकां कर रहे हैं

मुहब्बत में  हमको  फ़ना  कर  रहे हैं

भले  कुछ न  बोलो  जुबां से मेरी जां

तुम्हारे  नयन  सब  बयां  कर  रहे  हैं

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