किनारों पे बैठे रहने से हाथ कहां कुछ आयेगा
बिना मेहनत के फल कहां से मिलेगा
जब तक कदम बढ़ाओगे नहीं
तब तक रास्ता कहां मिलेगा
मंजिल भी मिलेगा तुझको जब डुबकी सागर में लगाओगे
अपनी काबिलियत तब समझ जाओगे
जब सागर में तैर जाओगे
चाहे कितनी भी चुनौतीयो से हालात गुजर जाएं
धैर्य बनाए रखना
एक दिन मंजिल मिल ही जायेगी
बस कदम बढ़ाए रखना ..!!