Aaj bhi sadak se guzarti hu
to umeed rehti hai
tera deedar ho Syd
hum saath bhle hi na ho
pr tujhe hum yaad ho Syd
aur ek jnm kya Saat jnm
Tera intezzar kr lu
pr koi umeed to ho
ki Mera ek tarfa pyaar
kamyaab ho Syd….
जिस दिन तुम खुद को पहचान लोगे, उस दिन तुम्हारी दुनिया बदल जाएगी।
रवींद्रनाथ ठाकुर
यह मंच विशेष रूप से हिंदी कवियों और लेखकों के लिए बनाया गया है, ताकि वे अपनी रचनात्मकता को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकें और अपनी रचनाओं पर अधिकार का दावा कर सकें। हम समझते हैं कि सुंदर कविताएं लिखने में कितनी मेहनत और समर्पण लगता है, और इसी कारण हम आपको एक सुरक्षित जगह प्रदान कर रहे हैं, जहां आपकी रचनाएं चमकेंगी और सही प्रशंसकों तक पहुंचेंगी।
Address
Gurugram, Haryana- 122012
Hours
Monday–Friday: 9:00AM–5:00PM
Saturday & Sunday: 11:00AM–3:00PM