Muktak - 4 Liners एक सपना सजा के बैठे थे रेत का घर बना के बैठे थे एक सपना सजा के बैठे थे... Bharat MauryaDec 2, 2024 Hindi Poetry तन्हाइयों में आप अकेले नहीं होते ... Bharat MauryaNov 24, 2024 Muktak - 4 Liners पास नहीं है कुछ भी मेरे पर हरिश्चंद्र सा दानी हूं पास नहीं है कुछ... Bharat MauryaNov 20, 2024 Hindi Poetry आदत बदल गई है अब लौटना नहीं आदत बदल गई है अब लौटना... Bharat MauryaNov 19, 2024 Muktak - 4 Liners मेरे वीरान से जीवन में तेरा इस कदर आना ... Bharat MauryaNov 19, 2024 Muktak - 4 Liners सारे इल्ज़ामो को मैंने खुद पर लगा दिया सारे इल्ज़ामो... Bharat MauryaNov 18, 2024 Hindi Poetry तुम ही मेरी परम सखा हो, तुम ही मेरी जान प्रिये तुम ही मेरी परम सखा हो... Bharat MauryaNov 18, 2024 Hindi Poetry वो ममता की एक नदिया सी, और मैं उसका किनारा हूं ... Bharat MauryaNov 17, 2024Nov 17, 20241 Comment on वो ममता की एक नदिया सी, और मैं उसका किनारा हूं Hindi Poetry शत शत नमन करे कवि “अभि “ करो स्वीकार नमन हे ” बिहार... Abhishek singh AbhiNov 10, 2024 Muktak - 4 Liners उठे तो सभी को दिवाना बना दे..! जो घूमें तो लाखों फ़साना बना... Sani SinghOct 29, 2024Nov 8, 2024
Hindi Poetry तन्हाइयों में आप अकेले नहीं होते ... Bharat MauryaNov 24, 2024 Muktak - 4 Liners पास नहीं है कुछ भी मेरे पर हरिश्चंद्र सा दानी हूं पास नहीं है कुछ... Bharat MauryaNov 20, 2024 Hindi Poetry आदत बदल गई है अब लौटना नहीं आदत बदल गई है अब लौटना... Bharat MauryaNov 19, 2024 Muktak - 4 Liners मेरे वीरान से जीवन में तेरा इस कदर आना ... Bharat MauryaNov 19, 2024 Muktak - 4 Liners सारे इल्ज़ामो को मैंने खुद पर लगा दिया सारे इल्ज़ामो... Bharat MauryaNov 18, 2024 Hindi Poetry तुम ही मेरी परम सखा हो, तुम ही मेरी जान प्रिये तुम ही मेरी परम सखा हो... Bharat MauryaNov 18, 2024 Hindi Poetry वो ममता की एक नदिया सी, और मैं उसका किनारा हूं ... Bharat MauryaNov 17, 2024Nov 17, 20241 Comment on वो ममता की एक नदिया सी, और मैं उसका किनारा हूं Hindi Poetry शत शत नमन करे कवि “अभि “ करो स्वीकार नमन हे ” बिहार... Abhishek singh AbhiNov 10, 2024 Muktak - 4 Liners उठे तो सभी को दिवाना बना दे..! जो घूमें तो लाखों फ़साना बना... Sani SinghOct 29, 2024Nov 8, 2024
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