Muktak - 4 Liners मुकम्मल ग़ज़ल किसी को याद हर पल कर... Sani SinghDec 24, 2024 Muktak - 4 Liners दिवाना बना दे जो घूमें तो लाखों फ़साना बना... Sani SinghNov 17, 2024 2 Liners ख़्वाब इत्तिफ़ाक़न वो मेरे आगोश में कल... Sani SinghNov 10, 2024
Muktak - 4 Liners दिवाना बना दे जो घूमें तो लाखों फ़साना बना... Sani SinghNov 17, 2024 2 Liners ख़्वाब इत्तिफ़ाक़न वो मेरे आगोश में कल... Sani SinghNov 10, 2024